गृह प्रवेश समारोह से पहले यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि घर पूरी तरह से तैयार हो, चुनी गई तारीख शुभ हो, और घर की विधिपूर्वक शुद्धि की गई हो।
अगर आप गृह प्रवेश की योजना बना रहे हैं, तो पूजा के ये नियम ज़रूर जान लें।
नए घर में गृह प्रवेश पूजा कराना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह समारोह ज्यादातर परिवारों के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों रूप से विशेष महत्व रखता है। हर परिवार की संस्कृति और परंपराओं के अनुसार इस पूजा की विधियाँ थोड़ी अलग हो सकती हैं।फिर भी, कुछ गृह प्रवेश के नियम (Griha Pravesh Niyam) ऐसे हैं जिन्हें हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विशेष रूप से पालन करना चाहिए।यहाँ हम बता रहे हैं कुछ मुख्य नियम, जिन्हें गृह प्रवेश की योजना बनाते समय ध्यान में रखना आवश्यक है:
🏠 नियम 1: गृह प्रवेश से पहले घर पूरी तरह तैयार हो

गृह प्रवेश का सबसे पहला और मुख्य नियम यह है कि घर का निर्माण पूर्ण रूप से हो चुका हो।
- लिविंग रूम, बेडरूम, किचन, बाथरूम – सभी बनकर तैयार होने चाहिए।
- पानी, बिजली, दरवाजे, खिड़कियाँ, फर्श और छत की सभी आवश्यक सुविधाएं पूरी होनी चाहिए।
क्यों ज़रूरी है?
हिंदू मान्यता के अनुसार पूजा किसी स्थान को शुद्ध और दिव्यता से भर देती है। अगर घर अधूरा हो और उसमें पूजा कर ली जाए, तो शुद्धि अधूरी संरचना तक सीमित रह जाती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार इससे नकारात्मक ऊर्जा या दुर्भाग्य घर में प्रवेश कर सकता है।
📅 नियम 2: शुभ मुहूर्त में ही गृह प्रवेश करें

गृह प्रवेश नियमों के अनुसार, सही मुहूर्त का चयन बेहद जरूरी है।
- किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेकर शुभ तिथि (Tithi), वार (Vaar), नक्षत्र (Nakshatra) और योग देखकर तारीख तय करें।
- श्राद्ध पक्ष या पितृपक्ष में गृह प्रवेश न करें।
- अशुभ महीनों जैसे खरमास, मलमास, अधिकमास में गृह प्रवेश टालें।
सही दिन और समय पर पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा और देवी-देवताओं की कृपा घर में बनी रहती है।
💧 नियम 3: गृह प्रवेश से पहले घर की शुद्धि करना

गृह प्रवेश से पहले घर की बाहरी और आंतरिक दोनों प्रकार की शुद्धि आवश्यक होती है।
- भौतिक सफाई:
- पूरे घर को अच्छे से साफ करें।
- यदि निर्माण के बाद धूल, मलबा या गंदगी है तो उसे पूरी तरह हटा दें।
- समुद्री नमक और पानी से धोना:
- नमक को पानी में मिलाकर फर्श पोंछें।
- यह वास्तु के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा को हटाने का उपाय है।
- गंगाजल का छिड़काव:
- घर के हर कोने में गंगाजल का छिड़काव करें।
- छिड़काव करते समय शुद्ध मंत्रों का जाप करें।
🕯️ गृह प्रवेश पूजा के बाद के नियम

गृह प्रवेश पूजा पूरी हो जाने के बाद भी कुछ जरूरी नियम हैं जो सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करते हैं:
- पूजा की रात घर में अवश्य रुकें:
– सभी परिवारजन उस रात नए घर में सोएं।
– यह घर से आत्मिक जुड़ाव बनाता है। - अखंड ज्योति (दीया) जलाना:
– पूजा के दौरान जलाया गया दीया कम से कम 24 से 48 घंटे तक लगातार जलता रहे।
– यह शुभता और सुरक्षा का प्रतीक है। - 3 दिनों तक घर से कोई वस्तु उधार न दें:
– खासकर दूध, दही, नमक, तेल जैसी चीजें ना दें।
– मान्यता है कि ऐसा करने से देवी-देवताओं की कृपा और समृद्धि बाहर चली जाती है।
🔚 निष्कर्ष: गृह प्रवेश नियमों का पालन करें, सौभाग्य अपने आप आएगा
हर गृह प्रवेश नियम का अपना महत्व होता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका नया घर शांति, सुख और समृद्धि से भरा हो, तो इन नियमों का पालन अवश्य करें।
सही तैयारी + सही मुहूर्त + सही पूजा = सौभाग्य से भरा घर।
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